HELPING THE OTHERS REALIZE THE ADVANTAGES OF हिंदी कहानियां प्रेरणादायक

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हिंदी कहानियां प्रेरणादायक

इसके बाद राजा ने इसी प्रकार के दों तीन प्रश्न मंत्री को भेजे.

उसके प्रत्युतर में भासुरक ने कहा- तेरी बात ठीक हैं, किन्तु मै उस दुर्ग में बैठे सिंह को मार डालूगा. शत्रु को जितना जल्दी हो सके नष्ट कर देना चाहिए.

अभी या बाद में, आपको खुद से ही सबकुछ करना होगा। जब तक माता–पिता अत्यधिक सख्त होना बंद नहीं करते, तब तक कुछ भी अपने आप काम नहीं करेगा।

यह क्रम कई दिन तक चलता रहा, अचानक जैसे ही उमा एक दिन खिड़की से डंडा निकालकर उस घौसले को गिरा रही थी,

कमेन्ट करके अपनी राय अवश्य दे, आपको ये कहानियां कैसी लगी, हमे आपकी प्रतिक्रिया का इतंजार रहेगा.

एक लोमड़ी बहुत भूखी थी वह भोजन की खोज में इधर -उधर भटकने लगी वह एक बागमें जा पहुची.

उसने कहा- ”सारी की सारी भैंसे दे तो छोडू” तब ग्वाले ने कहा- मै तो मामूली नौकर हु, इससे अधिक देना मेरे हाथ की बात नही, लेनी हो तो एक उम्दा भैंस ले लो. बहुत देर निहोरे किये फिर भी वह न माना.

५० स्वर्ण मुद्राओं की बात सुनकर मूर्तिकार ख़ुश हो गया और महामंत्री के जाने के उपरांत प्रतिमा का निर्माण कार्य प्रारंभ करने के उद्देश्य से अपने औज़ार निकाल लिए.

खुद को स्वीकार करना ही खुशी का पहला कदम है। जो कुछ भी आपके पास नहीं है, उसके लिए दुखी होने के बजाय, आपके पास जो है, उसे स्वीकार करें।

श्रीमती जी की रात के दो बजे अचानक नींद खुली तो पाया कि पतिदेव बिस्तर पे नहीं है। जिज्ञासावश उठीं, खोजा तो देखा डाइनिंग टेबल पर बैठे कॉफी का कप हाथ में लिये विचारमग्न होकर पति देव दीवार को घूर रहे ...

Inspirational stories for youngsters of modest lessons छोटी कक्षा के बच्चों के लिए शिक्षाप्रद कहानियाँ

आज की शीर्षक हिंदी में कहानी में राजस्थान के कवि और लेखक विजयदान देथा द्वारा मूलत: राजस्थानी भाषा में लिखी गईं कुरज री विनती कहानी हैं, जिसे हिंदी में ट्रांसलेट किया गया हैं.

कुछ देर में थाल साफ़ हो गया. सारे लड्डू समाप्त हो गये. न हो हल्ला न शोरगुल. इस तरह देवताओं ने शांतिपूर्ण भोजन किया.

उन्दरे ने कहा- तू कहे तो मुझे ये तीन चीज देने में कोई एतराज नही हैं.

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